सुंदरनगर :अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी के सदस्य एवं पूर्व सीपीएस सोहन लाल ठाकुर ने कहा कि प्रदेश का जनमंच लोगों की समस्याओं का निवारण करने के बजाय अधिकारियों के प्रताड़ित करने का मंच होकर रह गया है उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सरकार में प्रदेश में चलाए जा रहे जनमंच कार्यक्रम में अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रताड़ित किया जा रहा है उन्होंने इस पर चिंता जताई है उन्होंने जारी बयान में कहा कि सार्वजनिक मंचो पर अधिकारियों का अपमान कर भारतीय जनता पार्टी के मंत्री सरकारी सेवा नियमों की अवहेलना के साथ ही उन्हें डराने का भी प्रयास कर रहे हैं जो की पूरी तरह गैरकानूनी है उन्होंने दावा किया कि सरकार का जनमंच कार्यक्रम उपहास बनकर रहता जा रहा है उन्होंने आरोप लगाया कि जनमंच के नाम पर सरकारी मशीनरी और सरकारी धन का दुरुपयोग कर अपने राजनीतिक एजेंडे पर काम किया जा रहा है इससे आम लोगों को कोई लाभ मिलता नजर नहीं आ रहा उन्होंने कहा कि देखा गया कि जनमंच में अधिकारियों पर दबाव बनाकर उन्हें अपने कुछ चहेतों को कथित तौर पर लाभ पहुंचाने में अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है उन्होंने कहा कि नदोन में जनमंच में सचिव के निलंबन जैसी कार्रवाई करना निंदा जनक है उन्होंने आरोप लगाया कि प्रति जनमंच के आयोजन पर दो से तीन लाख तक राशि खर्च की जा रही है और रूटीन के किए जाने वाले कार्यों को जनमंच में निपटाया जा रहा है उन्होंने आरोप लगाया कि वर्ष 2018 में आयोजित किए गए मरैहड़ा बदैहण जैसे क्षेत्र की आई शिकायतें सहित दर्जनों ऐसी शिकायतें हैं जो अभी तक सुलझाने का नाम नहीं लिया जा रहा है उन्होंने कहा कि गैस बांटने के नाम पर सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ जुटाने से अधिक कोई कार्यक्रम आगे नहीं बढ़ पाया है। प्री जनमंच एक माह से सुंदरनगर में चलता रहा मंडल के अधिकारी गांव में घूम घूम कर कार्य करते रहे। जिससे पूरे मंडल का विकास कार्य सहित लोगों के संबंधित कार्य ठप रहे मंडल के सारे अधिकारी मात्र 14 पंचायतों के कार्यो को निपटाने में मशगूल रहे इस तरह के धन खर्च से प्रदेश को चूना लगाकर भाजपा के मंत्री वाहवाही लूटने से अधिक कोई कार्रवाई करने में नाकाम रहे हैं। सरकार ने लोगों की समस्याएं सुलझाने के लिए शुरू किया गया। जनमंच राजनीतिक स्टेज बन कर रह गया है। प्रदेश भर में अभी तक जनमंच पर करोड़ों रुपए की राशि खर्च की जा चुकी है सरकारी अधिकारियों को पूर्ण सार्वजनिक तौर पर मंच में राजनीतिक धौंस से अपमानित किया जाता है।