सिरमौर जिला के गिरीपार इलाके में बुआरा प्रथा आज भी जारी है इस प्रथा के तहत लोग एक दूसरे की मदद के लिए आगे आते है यह रिपोर्ट देखिए....
सिरमौर का गिरी पार इलाका कई तरह की पौराणिक प्रथाओं के लिए जाना जाता है इसी में से एक है बुआरा प्रथा जिसके तहत यहां के लोग एक दूसरे की मदद के लिए हाथ बढ़ाते हैं फिर चाहे काम कितना भी बड़ा क्यों ना हो। क्षेत्र में आजकल घास की कटाई और मक्की के दाने बीनने का काम चला हुआ है जिसमे यहां के लोग एक दूसरे का सहारा बन रहे है लोगों के घर में कोई बड़ा काम होता है तो वह बुआरे बुलाते है और एक काम जो एक परिवार के लिए बहुत बड़ा रहता है एक दिन में ही निपट जाता है।
क्षेत्र में इस दौरान खासकर घास की कटाई सबसे मुश्किल कार्य माना जाता है। ऐसेे में गांव की सारी महिलाएं एक दूसरे के लिए सहारा बनी हुई है और सुबह सवेरे ही घास काटने घासनी में पहुंच जाती है। मनोरंजन के लिए इस दौरान महिलाओं द्वारा गीत भी गाए जाते है।
कुल मिलाकर क्षेत्र में जो यह परंपरा आज भी चल रही है कहीं ना कहीं यह लोगों के लिए मददगार साबित हो रही है। वही सराहना करनी होगी यहां के लोगों की जो सदियों से इस प्रथा को चलाएं हुए हैं।