मंडी: पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर का कहना है कि राज्य सरकार इन्वेस्टर मीट करवाने के लिए करोड़ों का कर्ज लेकर प्रदेश को कर्ज के बोझ तले दबाने में लगी हुई है। मंडी में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि इन्वेस्टर मीट में जो उद्योगपति आ रहे हैं वह किसी आईआरडीपी या बीपीएल परिवारों से संबंध नहीं रखते बल्कि धनाड्डय परिवारों के लोग हैं। ऐसे लोगों के आने जाने का खर्च राज्य सरकार उठाकर फिजूलखर्ची को बढ़ावा दे रही है। इन लोगों को यदि हिमाचल में इन्वेस्ट करना है तो अपने खर्चे पर आना चाहिए न कि सरकार को कर्ज लेकर इनका खर्च उठाना चाहिए।
कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में अधिक से अधिक निवेश आए इसके वह भी पक्षधर हैं लेकिन निवेश लाने का जो तरीका सरकार अपना रही है वह फिजूलखर्ची वाला है। यहां पर होटल बनाने के लिए बाहरी लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है जिसके लिए यहां की जमीन भी उन्हें दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में होटलों की कोई कमी नहीं। उन्होंने कहा कि यह कारोबार स्थानीय लोगों को ही दिया जाना चाहिए और ऐसे इन्वेस्टर आमंत्रित किए जाने चाहिए जो यहां पर ईको फ्रेंडली उद्योग लगाएं ताकि यहां अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मिल सके।