कांगड़ा सहकारी प्राथमिक कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक का विस्तारीकरण किया जाएगा। ग्रामीण स्तर पर नई शाखाएं खोलने पर भी विचार किया जा रहा है। जिससे जिससे किसानों को बैकिंग की बेहतर सुविधा मिल सके। बैंक खाली पड़े पदों को भरने सहित प्रदेश के आम लोगों तक पहुंच बनाने की दिशा में अपने कार्य को तेजी देगा।
कांगड़ा सहकारी प्राथमिक कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक समिति के चेयरमैन कमल नयन शर्मा ने शुक्रवार को धर्मशाला में बैंक की 38 वार्षिक आम सभा की बैठक की अध्यक्षता करने हुए यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बैंक द्वारा किसानों को आसानी से ऋण उपलब्ध करवाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जिससे किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बैंक आगे बढ़ सके। उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष ऋण की किश्तों की अदायगी निर्धारित तिथि पर करने पर एक प्रतिशत की छूट का प्रावधान भी किया गया है।
उन्होंने बताया कि बैंक ने वर्ष 2017-18 में 2476 लाख रूपए तथा वर्ष 2018-19 में 2994 लाख के ऋण वितरित किए हैं जिससे किसानों, बागबानों व कामगारों को लाभ पहुंचा है। उन्होंने बताया कि बैंक में वर्तमान में शेष अग्रिम ऋण 12322 लाख रूपए तक पहुंच चुकी है जो कि बैंक की एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने बताया कि बैंक के माध्यम से भूमि सुधार, लघु सिंचाई, कृषि यंत्रीकरण, कृषि से संबंधित अन्य गतिविधियों गैर कार्य क्षेत्र जैसे लघु वाहन, लघु तथा ग्रामीण कुटीर उद्योग, सेवा क्षेत्र तथा ग्रामीण आवासीय योजनाओं के तहत भी ऋण वितरित किए जाते हैं।
इस अवसर पर महाप्रबंधक राज नारायण जमालटा ने कांगड़ा सहकारी प्राथमिक एवं कृषि ग्रामीण बैंक समिति की अर्जित लक्ष्यों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। इससे पहले प्रबंध निदेशक जितेंद्र सांजटा ने प्रबंधन समिति का स्वागत करते हुए बैंक की गतिविधियों के बारे में जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर पर बैंक के उपाध्यक्ष राजेश ठाकुर, संचालक ओम प्रकाश कटोच, अरविंद चक्रवर्ती, जगमेल ठाकुर, रोशन लाल, मनोहर लाल, डा रविदत्त, कुलविंद्र सिंह सहित बैंक समिति के सदस्य उपस्थित थे।