हमीरपुर शहर से हजारों टन कूडे को नगर परिषद के कूडा संयत्र बजूरी में इस्तेमाल किए जाने की बजाए खुले में जलाया जा रहा है। जिस कारण बजूरी के आसपास के गांवों के लोगांे का जीवन नरक बना हुआ है। पिछले तीन दिनों से कूडा संयत्र के बाहर खुले में कूडे को जलाया जाने से पूरा वातावरण दूषित हो रहा है और जहरीले धुएं से लोगों को सांस लेने की दिक्कतें बनी हुई है। वहीं कूडे को ढांग से गिराने से सीधा हथली खडड में गिर रहा है जिससे पानी के दूषित होने का खतरा बना हुआ है। जिला प्रशासन से शिकायत करने के बाबजूद भी समस्या हल नहीं होने से अब पीएम मोदी के साथ साथ एनजीटी को भी शिकायत लिखने के लिए ग्रामीणों ने मन बनाया है।
नगर परिषद हमीरपुर के ग्यारह वार्डों के लिए बजूरी में लाखों की लागत से तैयार कूडा संयत्र लोगों की मुश्किलें बढा रहा है। हालांकि करीब एक दशक पहले कूडा संयत्र बनाया गया है लेकिन कूडा संयत्र में आज दिन तक सही मायनें में काम करना शुरू नहीं किया है। कूडा संयत्र में कूडे से खाद बनाने की योजना आज दिन तक सिरे नहीं चढ पाई है। क्योंकि कूडे से खाद बनाने के लिए मशीनरी अभी स्थापित की जा रही है।
बजूरी पंचायत के दुगनेहडी गांव केवाशिदों की माने तो कूडा संयत्र के बनने के बाद लोगों की मुसीबतें बढ गई है और कई सालों से घास की समस्या बनी है तो वातावरण दूषित हुआ है। लोगांे का यह भी कहना है कि कई बार कूडा संयत्र के बाहर कूडे को आग लगाने से लोगों को सांस लेने की दिक्कतें हो जाती है।
ग्रामीणों ने बताया कि कई बार डीसी से लेकर विधायक को भी शिकायत कर चुके है लेकिन कुछ नहीं हुआ है। ग्रामीण महिला ने बताया कि अब ग्रामीणों के द्वारा पीएम मोदी, सीएम जयराम ठाकुर के अलावा एनजीटी को शिकायत करेंगे ताकि समस्या का स्थायी हल हो सके।
महिलाओं ने बताया कि आज दिनतक कूडा संयत्र में कोई खाद नही ंबनाई जा रही है केवल कूडे को फेकने के लिए काम किया जा रहा है । उन्होंने बताया कि कूडे संयत्र की वजह से कई भैंसे भी मर गई है और गंदगी भरे माहौल में जीवन जीना पड रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि कूडा संयत्र के बाहर पिछले तीन दिनों से आग लगाकर कूडे को जलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कूडे को हथली खडड के पानी में फेंका जा रहा है जिससे मसियाना आईपीएच स्कीम भी प्रभावित हो रही है।