आज हम आपको एक ऐसे परिवार की दास्तान सुना रहे है जिसे देख आप भी हैरान और परेशान हो जाएंगे और सोचने पर मजबूर हो जाएगी की क्या कोई इस तरह भी जिंदगी काटने को मजबूर हो सकता है। न बिजली पानी न रहने के लिए सुरक्षित घर दोनों बेटे अपंग पत्नी दिमाग से मानसिक
रोगी आखिर ये दास्ताँ है सिरमौर के भवाई पँचायत से तालुक रखने वाले हीरा सिंह के परिवार कि मगर हैरानी इस बात की की इस बात से सरकार व प्रशासन सभी बेखबर है। हीरा सिंह के पास घर बिजली पानी व शौचालय की कोई सुविधा नही है। दिहाड़ी मजदूरी करके हीरा सिंह अपने असहाय परिवार का पालन पोषण करता हैं। हीरा सिंह भी अब मजदूरी करने में भी पूरी तरह से सक्षम नही है क्यों कि यह भी खुद बीमारी से ग्रसित रहते है। हीरा सिंह का कहना है कि कई बार वह अपनी बात को पंचायत के सामने रख चुके हैं मगर कोई मदद नहीं मिल पा रही है।
नर्सिंग की मानें तो उन्हें पीने के लिए पानी भी करीब 1 किलोमीटर दूर से लाना पड़ता है।
इनके मकान की हालत इतनी खराब है कि कई बार तूफान से इनका यह कच्चे मकान की छत उड़ चुकी हैं। सरकार द्वारा कई स्कीमें चलाई गई है मुफ्त गैस कनेक्शन, बिजली सुविधा आवास सुविधा इन्हें आज तक कोई भी सुविधा नही मिल सकी। हैरानी की बात यह है कि इनका परिवार बीपीएल सूची से भी बाहर हैं। स्थानीय लोगों ने भी हैरानी जताई कि गरीब हीरा सिंह के परिवार को आज तक आखिर क्यों कोई मदद नहीं मिल पाई है
हीरा सिंह की दासता देखिए कि खुद जहां अक्सर बीमारी से परेशान रहते हैं वही पत्नी व दोनों बच्चे भी मानसिक रोगी ऐसे में अंदाजा लगाना शायद ज्यादा कठिन नहीं है कि परिवार की स्थिति से गुजर रहा है ऐसे में हीरा सिंह शायद यही सोचता होगा कि उसका क्या कसूर था कि उसे भगवान ने इतनी कठिन भरी जिंदगी क्यों दी